इसे नीयत से उपजी हुई नीति ही कहा जायेगा क्योंकि दिल्ली की “आप”सरकार कुछ करने की नीयत का प्रदर्शन करने से कभी नहीं चूकती है इसके लिए वह धन्यवाद की पात्र है,रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त किसी व्यक्ति को देखकर लोग मुंह मोडकर आगे निकल जाते थे और कानूनी पचडों से बचने के लिए घायल की सहायता नहीं करते थे और अस्पताल नहीं पहुंचाते थे,इस स्थिति के पीछे छिपे हुए मनोविज्ञान को “आप” सरकार ने समझने का प्रयास किया है और समझा भी है,इस समझ का ही परिणाम है कि “आप” सरकार ने किसी दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को चिकित्सालय पहुंचाने वाले व्यक्ति को 2000 रूपये नकद प्रोत्साहन स्वरूप धनराशि तथा प्रशस्तिपत्र देने का प्राविधान किया है,इस प्राविधान से उत्साहित व्यक्ति किसी घायल व्यक्ति को सगर्व चिकित्साल पहुंचायेगा,अर्थात इस प्राविधान के शुभ परिणाम सुनिश्चित रूप में प्राप्त होंगे तथा मानवीय मनोभाव का विकास भी होगा,इस प्राविधान को पूरे देश में लागू किये जाने की आवश्यकता है।